बैंगलोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी इलेक्ट्रॉनिक्स बनाम दयानंद सागर इलेक्ट्रॉनिक्स। कौन बेहतर है
Ans: अरुणा, बैंगलोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीआईटी) ईसीई लगातार 80-90% छात्रों को नियुक्त करता है, जिसमें 163 से अधिक भर्तीकर्ता (इंट्यूट, फोनपे, सिस्को, बॉश, नोकिया और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स सहित) और ₹5-7 एलपीए का औसत पैकेज है। बीआईटी का ईसीई विभाग, 1979 में स्थापित, अनुसंधान के लिए वीटीयू-मान्यता प्राप्त है, उच्च योग्य संकाय द्वारा संचालित है, और इसमें अच्छी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाएं, एक मजबूत पूर्व छात्र नेटवर्क और कोर और अंतःविषय प्लेसमेंट पर ध्यान केंद्रित किया गया है। दयानंद सागर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (डीएससीई) दोनों कॉलेजों में पीएचडी-योग्य संकाय और उद्योग-संरेखित पाठ्यक्रम हैं, लेकिन DSCE का ECE कार्यक्रम अपने अप-टू-डेट पाठ्यक्रम, इंटरैक्टिव शिक्षण और मजबूत VLSI/एम्बेडेड सिस्टम एक्सपोजर के लिए जाना जाता है।
सिफ़ारिश:
DSCE ECE को इसके उच्च प्लेसमेंट दर, मजबूत औसत पैकेज, आधुनिक बुनियादी ढांचे और उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रम के लिए चुनें—खासकर यदि आप VLSI, एम्बेडेड सिस्टम या वैश्विक तकनीकी फर्मों में भूमिकाएँ चाहते हैं। BIT ECE अनुसंधान संस्कृति, कोर प्लेसमेंट और पूर्व छात्रों के समर्थन के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बना हुआ है। प्रवेश और समृद्ध भविष्य के लिए शुभकामनाएँ!
'करियर | पैसा | स्वास्थ्य | संबंध' के बारे में अधिक जानने के लिए RediffGURUS का अनुसरण करें।